December 26, 2009

Samkaleen Hindi Kavita

साहित्य समाज को प्रभावित करता है – यह उतना महत्त्वपूर्ण नहीं जितना बदलते परिवेश में ये जानना कि काल विशेष में साज भी साहित्य को काम प्रभावित नहीं करता। कविता के विषय में तो ये बात और भी यक़ीनी तौर पे कही जा सकती है। ‘समकालीन हिंदी कविता: समय और समाज’ पुस्तक में भी समकालीन कवियों की, कविताओं के माध्यम से, इसी काव्य दृष्टि को पकड़ने का प्रयास है।